जिसने देखा दंग रह गया, अवैध निर्माण पर चले आधा दर्जन बुल्डोजर, टूटे 24 अवैध बिल्डिंग, कल चलेगा पोकलैंड : गोण्डा
गोंडा: अतिक्रमण हटाने के लिए लाई गई जेसीबी को जिसने भी देखा दंग रह गया। गोंडा नगर के अंबेडकर चौराहे से डीएम आवास तक अतिक्रमण हटाने के लिए मंगाई गई जेसीबी जब, भारी पुलिस फोर्स के मौजूदगी में चौराहे पर इकट्ठा हुई तो लोगों में कौतूहल बन गया कि, आखिर आज इतनी जेसीबी इकट्ठा होकर कहां गरजेगी?
बता दे की गोंडा नगर क्षेत्र में अंबेडकर चौराहे से डीएम कार्यालय तक सरकारी जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर मकान व दुकान बना लिया गया है। इसके बाबत प्रशासन द्वारा नोटिस देखकर इन्हें खाली करने के लिए कहा गया था। जमीन खाली न होने के स्थिति में मंगलवार सुबह सिटी मजिस्ट्रेट भारी पुलिस फोर्स के साथ जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए। आधा दर्जन जेसीबी सहित भारी पुलिस बल लेकर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने 24 कमर्शियल बिल्डिंगों को गिरवा दिया। बताया जाता है जिन दुकानों व बिल्डिंगो को गिरवाया गया है वे, नजूल और नाले की जमीन पर बनी थी। अतिक्रमण हटाने के लिए दो दिन पूर्व नोटिस दिया जा चुका था, लेकिन कई दुकानदारों का आरोप है कि लोगों नोटिस नही मिला है।
गाटा संख्या 297 में कुल पच्चीस अतिक्रमणकारियों को नोटिस दी गयी थी। जो अंबेडकर चौराहे से डीएम आवास तक कब्जेदार है। इस भूमि के मध्य आठ फुट चौड़ा पालिका का नाला भी है।
गोंडा के अंबेडकर चौराहे से जिलाधिकारी आवास तक सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में नगर पालिका, राजस्व, पीडब्ल्यूडी की टीम ने पूर्व में चिन्हित 24 अवैध अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही शुरू कर दिया। प्रशासन की छह जेसीबी मशीन ने अवैध निर्माण को ढहाया । जिसको देखने के लिए काफी भीड़ इकठ्ठा हो गई। जिसके बाद प्रशासन व पुलिस फोर्स को मौजूदगी में दिनभर कार्यवाही चलती रही । वही अभियान को देखते हुए गुरुनानक चौराहे से अंबेडकर चौराहे तक भारी वाहनों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया। प्रशासन ने कार्यवाही के विरोध में कुछ दुकानदारों ने अपना विरोध दर्ज कराया और प्रशासन पर मनमाने तरीके से कार्यवाही का आरोप लगाते दिखे। प्रशासन को कार्यवाही दिनभर चलती रही इसके बाद कुछ पक्के निर्माण को नही गिराया जा सका है। जिसके लिए पोकलैंड मशीन सहित अन्य आधुनिक मशीन मंगाई गई है जो कल चलाई जाएंगी। वही जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अपने आधिकारिक सोशल प्लेटफॉर्म से जनता से अवैध निर्माण को हटाने की अपील की थी, जिसके बाद लोगो ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया तो प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों के अवैध बिल्डिंगो को ढ़हाया है।