पुलिस अभिरक्षा से फरार आरोपी से हुई मुठभेड़, पैर में लगी गोली, जानिए पूरा मामला : गोण्डा
गोण्डा : बीते 30 जुलाई को बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार हुआ आरोपी मेडिकल कॉलेज ले जाते समय पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। मामले में लापरवाही को लेकर एसपी ने 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई थी। मंगलवार की सुबह तड़के पुलिस ने आरोपी को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। बाइक चोरी के मामले में पुलिस अभिरक्षा से फरार आरोपी को पुलिस ने मंगलवार की सुबह तड़के मुठभेड़ के दौरान आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उसका इलाज चल रहा है।यूपी के गोंडा जिले के नगर कोतवाली पुलिस ने बीते 30 जुलाई को मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पुलिस लिखा पढ़ी के बाद उसे मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल ले जा रही थी। इसी बीच पुलिस को चकमा देकर आरोपी फरार हो गया। पुलिस अभिरक्षा से आरोपी के फरार होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस के उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। इस मामले में एसपी ने लापरवाही के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसओजी सहित 8 टीमें लगाई गई थी। बीते करीब एक सप्ताह से पुलिस फरार बाइक चोर की तलाश कर रही थी। सोमवार की देर रात पुलिस ने मुठभेड़ में फरार बाइक चोर को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
एसपी बोले- पुलिस अभिरक्षा से फरार अभियुक्त को मुठभेड़ के दौरान किया गया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया बीते 30 जुलाई को बाइक चोरी का एक अभियुक्त जिसका नाम मनीष तिवारी है। पुलिस जब उसे मेडिकल के लिए ले जा रही थी। पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था। इसे मामले में तत्काल रिपोर्ट लिखकर उसकी गिरफ्तारी के लिए आठ टीमों को लगाया गया था। सीओ सिटी सभी टीमों का नेतृत्व करते हुए उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रहे थे। 8 अगस्त की देर रात्रि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि वह सोनी गुमटी के पास कहीं जाने की फिराक में हैं। सूचना पर नगर कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने उसकी घेराबंदी किया। अपने को घिरता देख उसने पुलिस टीम पर फायरिंग किया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। तत्काल उसे अस्पताल ले जाकर उसका इलाज कराया गया। उसके ऊपर रिपोर्ट लिख कर कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।