रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर मनमानी का साम्राज्य : गोण्डा
■यात्रियों को घंटो लाइन में खड़े होकर भी नही मिल पाता टिकट,छूट जाती हैं ट्रेनें।
गोण्डा : जनपद मुख्यालय स्थित गोंडा जंक्शन रेलवे स्टेशन जो कि कई जिलों और प्रदेशों को जोड़ते हुए आवागमन का मुख्य रेल मार्ग है। गोंडा जंक्शन पर काफी यात्री हर तमाम शहरों के लिए यात्रा करते हैं,इसी वजह से टिकट काउंटर पर भारी भीड़ इकठ्ठा होती है।
मालूम हो कि स्टेशन पर 1 से लेकर 6 काउंटर होने के बावजूद 2 काउंटर ही चालू किया जाता है,जबकि कई बार टिकट न मिल पाने की वजह से काफी यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है,लेकिन रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों को कोई फर्क नही पड़ता है। यही नहीं कई बार लाइन को लेकर यात्रियों में आपस में मारपीट की भी नौबत आ जाती है और ज्यादा भीड़ होने के नाते लोगो को अपने समान से भी हाथ धोना पड़ता है। फिर भी गोण्डा जंक्शन की अतिरिक्त टिकट खिड़की नही चालू किया जाता है। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों को शासन व विभागीय उच्चाधिकारियों का कोई खौफ नहीं है। यह अपनी मर्जी से काम करने में मस्त रहते हैं। जबकि बहुत ऐसे भी मजदूर है जो गोंडा रेलवे स्टेशन से लखनऊ जाकर मजदूरी करके शाम को घर आते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कम खिड़की चालू होने की वजह से टिकट काउंटर पर लम्बी कतार लग जाती है। इसी वजह से समय से टिकट ना मिलने से मजदूरों की ट्रेन छूट जाती है। रेलवे जंक्शन गोंडा के जिम्मेदार अधिकारी को कोई फर्क नहीं पड़ता है जबकि कुछ मजदूरों की दिन भर की कमाई से उनके घर का चूल्हा जलता है। ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी कार्यशैली से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है और लोगों ने इस गंभीर समस्या पर उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस पर अंकुश लगाने और टिकट काउंटर पर व्यवस्था सही कराने की मांग की है।