निजी विद्यालयों के मनमानी के खिलाफ इंकलाब फाउंडेशन ने आवाज बुलंद की, मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौपा : गोण्डा
● एनसीईआरटी की किताबें सभी स्कूलों में लागू कराने पर जोर
● इंकलाब फाउंडेशन ने बच्चों पर किताब कम करने की उठाई आवाज
गोण्डा : जिले के निजी विद्यालयों के मनमानी के खिलाफ इंकलाब फाउंडेशन ने आवाज बुलंद की है बुधवार को इंकलाब फाउंडेशन अविनाश सिंह के नेतृत्व में जिलाधिकारी सम्बोधित मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौपा है निजी विद्यालयों एनसीईआरटी पुस्तकों से पढ़ाई कराए जाने व अन्य मांग की है ।
डॉ अरुण सिंह ने कहा कि सीबीएसई पद्धति से पढ़ाने के नाम शिक्षा का व्यवसायीकरण कर दिया गया है कक्षा एक से पांच तक में अध्ययन बच्चें किताबों व होम वर्क के बोझ तले दबे जा रहे हैं उनकी मासूमियत खत्म हो रही है इससे उनका विकास प्रभावित हो रहा है नेशनल करिकुलम फ्रेम वर्क का हवाला देते हुए कहा कि होमवर्क देने की व्यवस्था का पालन किया जाए उन्होंने कहा कि फिनलैंड सहित कई देशों में छोटे बच्चों को गृह कार्य नही दिया जाता है यहां पर भी इस तरह की व्यवस्था की जाए ।
नील ठाकुर ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में में लूट मची पड़ी है जिसको लेकर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया गया है मांग की गई है कि हर विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें चलाई जाए इंकलाब फाउंडेशन के अध्यक्ष अविनाश सिंह ने कहा कि जिले के प्राइवेट स्कूलों में किताबे, ड्रेस, पेंसिल, रबर ऐसे कई छोटी छोटी चीजे स्कूलों से दी जा रही है जिसका असर आम परिवार पर पड़ रहा है हर चीज विद्यालय से देने बिल्कुल उचित नहीं है सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें चलाई जानी चाहिए व किसी भी अभिभावक को किसी वस्तु के लिए विशेष दुकान और विद्यालय से लेने के लिए दबाव नही बनाना चाहिए ।
अभिभावक हरीश गुप्ता ने कहा कि किताबों पर प्रिंट दाम से भी अधिक दाम लिस्ट पर दिए हुए है एक लंबी लिस्ट हमे पकड़ा दी जाती है ज्ञापन देने वालों में अविनाश सिंह, डॉ अरुण सिंह, नील ठाकुर, आयुष मिश्रा, आदर्श अवस्थी, शिवम मंझवार, अंकित मिश्रा, प्रिंस, प्रमोद, मनीष व कई लोग शामिल रहे ।