इस साल जेईई एडवांस और 12वीं कक्षा पास करने पर सीधे होंगे आईआईटी और एनआईटी में दाखिले, ये हो सकते हैं नए नियम
टीम गोण्डा जागरण डेली न्यूज़
कोविड-19 के चलते आईआईटी और एनआईटी में दाखिला नियमों में भी बदलाव पर आखिरी फैसला अगले हफ्ते हो जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिला सीधे जेईई एडवांस और 12वीं कक्षा पास करने के आधार पर मिल सकता है।
अभी तक जेईई एडवांस पास करने के साथ-साथ 12वीं कक्षा में 75 फीसदी मॉर्क्स या टॉप 20 पर्सेटाइल होना जरूरी होता था। हालांकि इस बार 12 वीं कक्षा का रिजल्ट कुछ परीक्षा तो कही असेसमेंट से जारी होगा। इसके चलते इन नियमों में बदलाव की योजना बन रही है।
आईआईटी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कोविड-19 के चलते 12 वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर अलग-अलग फैसला सबसे बड़ा कारण है। कुछ राज्य असेसमेंट तो कुछ ने कुछ पेपर आधार पर रिजल्ट तैयार कर रहे है। ऐसे में कहीं छात्रों को प्रदर्शन बेहतर तो कहीं पिछड़ भी सकता है।
इसके अलावा कई राज्य मॉडरेशन करते हैं। इससे 12वीं कक्षा के लिए जो मापदंड होते हैं, उनमें बदलाव करना पड़ेगा। इसी मुद्दे को लेकर अगले हफ्ते बैठक बुलायी गई है। इसमें सभी आईआईटी व एनआईटी के पदाधिकारी शामिल होंगे।आईआईटी में दाखिला लेने की तैयारी में जुटे प्रतीक राज ने 10वीं कक्षा के विज्ञान संकाय में 94 फीसदी अंकों के साथ टॉप किया है। इन दिनों वह 11वीं कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई के साथ आईआईटी में दाखिला लेने के लिए अभी से तैयारियों में जुट गए हैं।
प्रतीक बताते हैं कि सिविल सेवाओं से वह जुड़ना चाहते हैं, लेकिन फिलहाल अपनी पढ़ाई पूरी करने पर जोर है। इंजीनियरिंग के बाद वह इस दिशा में कदम बढ़ाएंगे। वह जरूरतमंदों के लिए कुछ सुधार कदम उठाना चाहते हैं। इसका रास्ता उन्हें सिविल सेवा से होकर दिखाई देता है।
प्रतीक एसजीएम नगर के सी ब्लॉक में रहते हैं। उनके पिता पिता राजेश कुमार सीआरपीएफ में कार्यरत हैं। मां सारिका गृहणी हैं। प्रतीक के अच्छे परीक्षा परिणाम से परिवार वाले बेहद खुश हैं। प्रतीक ने कंप्यूटर में 99, हिंदी में 97, सामाजिक विज्ञान में 96, गणित में 93, विज्ञान में 91 और आंग्रेजी में 87 अंक हासिल किए हैं।
टीम गोण्डा जागरण डेली न्यूज़
कोविड-19 के चलते आईआईटी और एनआईटी में दाखिला नियमों में भी बदलाव पर आखिरी फैसला अगले हफ्ते हो जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिला सीधे जेईई एडवांस और 12वीं कक्षा पास करने के आधार पर मिल सकता है।
अभी तक जेईई एडवांस पास करने के साथ-साथ 12वीं कक्षा में 75 फीसदी मॉर्क्स या टॉप 20 पर्सेटाइल होना जरूरी होता था। हालांकि इस बार 12 वीं कक्षा का रिजल्ट कुछ परीक्षा तो कही असेसमेंट से जारी होगा। इसके चलते इन नियमों में बदलाव की योजना बन रही है।
आईआईटी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कोविड-19 के चलते 12 वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर अलग-अलग फैसला सबसे बड़ा कारण है। कुछ राज्य असेसमेंट तो कुछ ने कुछ पेपर आधार पर रिजल्ट तैयार कर रहे है। ऐसे में कहीं छात्रों को प्रदर्शन बेहतर तो कहीं पिछड़ भी सकता है।
इसके अलावा कई राज्य मॉडरेशन करते हैं। इससे 12वीं कक्षा के लिए जो मापदंड होते हैं, उनमें बदलाव करना पड़ेगा। इसी मुद्दे को लेकर अगले हफ्ते बैठक बुलायी गई है। इसमें सभी आईआईटी व एनआईटी के पदाधिकारी शामिल होंगे।आईआईटी में दाखिला लेने की तैयारी में जुटे प्रतीक राज ने 10वीं कक्षा के विज्ञान संकाय में 94 फीसदी अंकों के साथ टॉप किया है। इन दिनों वह 11वीं कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई के साथ आईआईटी में दाखिला लेने के लिए अभी से तैयारियों में जुट गए हैं।
प्रतीक बताते हैं कि सिविल सेवाओं से वह जुड़ना चाहते हैं, लेकिन फिलहाल अपनी पढ़ाई पूरी करने पर जोर है। इंजीनियरिंग के बाद वह इस दिशा में कदम बढ़ाएंगे। वह जरूरतमंदों के लिए कुछ सुधार कदम उठाना चाहते हैं। इसका रास्ता उन्हें सिविल सेवा से होकर दिखाई देता है।
प्रतीक एसजीएम नगर के सी ब्लॉक में रहते हैं। उनके पिता पिता राजेश कुमार सीआरपीएफ में कार्यरत हैं। मां सारिका गृहणी हैं। प्रतीक के अच्छे परीक्षा परिणाम से परिवार वाले बेहद खुश हैं। प्रतीक ने कंप्यूटर में 99, हिंदी में 97, सामाजिक विज्ञान में 96, गणित में 93, विज्ञान में 91 और आंग्रेजी में 87 अंक हासिल किए हैं।
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