श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ यज्ञ के द्वितीय दिवस रविवार को परीक्षित जन्म व सुखदेव आगमन के प्रसंग की व्याख्या करते हुए सीताराम पंचवटी आश्रम के पीठाधीश्वर कथा- व्यास रविशंकर महाराज : गोण्डा
■ ज्ञान भक्ति बैरागी का भंडार है प्रभु का पावन चरित्र : रविशंकर महाराज
■ ठठेरी बाजार के लक्ष्मी ड्रेसेज में चल रहे भागवत कथा का द्वितीय दिवस
संवाददाता, विकास कुमार सोनी
गोण्डा : चौक बाजार के ठठेरी में लक्ष्मी ड्रेसेज के परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ यज्ञ के द्वितीय दिवस रविवार को परीक्षित जन्म व सुखदेव आगमन के प्रसंग की व्याख्या करते हुए सीताराम पंचवटी आश्रम के पीठाधीश्वर कथा- व्यास रविशंकर महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का का पावन चरित्र श्रद्धालुओं के लिए ज्ञान भक्ति वैराग्य का भंडार है।
भागवत विशेषज्ञ कथा - व्यास ने कहा की युगों युगों से श्रद्धालु - समाज भगवान कृष्ण की ललित - ललाम- लीला का आनंद लेते हुए परस्पर प्रेम सद्भाव व अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान समर्पण की प्रेरणा लेता रहा है। श्रीमद् भागवत की कथा समाज में सद्भाव के साथ समर्पित - कर्तव्य पालन व जीवन में वैभव के बीच वैराग्य का संदेश देती है।